
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़, सुरक्षा के कड़े इंतजाम
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़, सुरक्षा के कड़े इंतजाम
महाकुंभ 2025 में उमड़ी आस्था की लहर, लाखों श्रद्धालु पहुंचे संगम तट

प्रयागराज:
महाकुंभ 2025 में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है। देशभर से लाखों श्रद्धालु संगम तट पर पावन स्नान करने के लिए पहुंच रहे हैं। प्रशासन ने सुरक्षा, ट्रैफिक, सफाई, मेडिकल सुविधाओं के लिए कड़े इंतजाम किए हैं।
श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड तोड़ने की ओर
महाकुंभ में इस साल श्रद्धालुओं की संख्या पिछले आयोजनों से अधिक हो सकती है। त्रिवेणी संगम पर आने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण, जल पुलिस, ड्रोन सर्विलांस जैसे उपाय अपनाए हैं।
मुख्य विशेषताएँ:
- संगम में स्नान के लिए VIP और आम श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग घाट।
- हर दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
- 20,000 से अधिक पुलिसकर्मी और होमगार्ड सुरक्षा में तैनात।
- ड्रोन और CCTV कैमरों से निगरानी, ट्रैफिक नियंत्रण के लिए विशेष इंतजाम।
- 24×7 मेडिकल सुविधाएँ, 100 से अधिक एंबुलेंस तैनात।
महाकुंभ के प्रमुख आयोजन
महाकुंभ के दौरान शाही स्नान, गंगा आरती, आध्यात्मिक प्रवचन, संत समागम, धार्मिक जुलूस जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
अगले बड़े आयोजन:
- 22 फरवरी – द्वितीय शाही स्नान
- 4 मार्च – महाशिवरात्रि स्नान
- 10 मार्च – पूर्णिमा स्नान
महाकुंभ की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्ता
महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है। मान्यता है कि यहां स्नान करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
देश-विदेश से आ रहे श्रद्धालु
इस बार अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, जापान जैसे देशों से भी हजारों श्रद्धालु महाकुंभ में भाग लेने पहुंचे हैं।
संतों और राजनेताओं की उपस्थिति
महाकुंभ में अखाड़ों के संत, महामंडलेश्वर, राजनेता, फिल्मी हस्तियाँ भी शामिल हो रहे हैं। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंगा स्नान किया और कुंभ मेले की व्यवस्थाओं की समीक्षा की।
संतों का बयान:
महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि ने कहा, “महाकुंभ सनातन संस्कृति का सबसे बड़ा उत्सव है, जो मानवता को जोड़ता है।”