अकबर और बीरबल: चतुराई का अनोखा सबक

अकबर और बीरबल: चतुराई का अनोखा सबक

Akbar-Birbal 1
Akbar-Birbal 1

बादशाह अकबर और बीरबल की कहानियाँ सिर्फ बुद्धिमत्ता ही नहीं, बल्कि हास्य और चतुराई से भी भरी हुई हैं। बीरबल की हाजिरजवाबी और अक्लमंदी ने न केवल दरबारियों को, बल्कि स्वयं बादशाह अकबर को भी कई बार प्रभावित किया था। आज की इस कहानी में हम देखेंगे कि कैसे बीरबल ने न केवल एक मुश्किल चुनौती को हल किया, बल्कि दरबार में मौजूद सभी लोगों को हँसी से लोटपोट कर दिया।

दरबार में अजीब शर्त

एक दिन, बादशाह अकबर का दरबार हमेशा की तरह चल रहा था। मंत्रीगण अपनी-अपनी बातें रख रहे थे, और कुछ दरबारी अपनी चापलूसी से बादशाह को खुश करने की कोशिश कर रहे थे। तभी दरबार में एक अजनबी दाखिल हुआ। वह दिखने में काफी अमीर लग रहा था—रंगीन रेशमी कपड़े पहने हुए, कमर पर एक कीमती तलवार लटकाए, और चेहरे पर एक आत्मविश्वास भरी मुस्कान।

उसने बादशाह को झुककर सलाम किया और कहा,
“जहाँपनाह! मैं आपकी न्यायप्रियता और बुद्धिमत्ता के बारे में बहुत सुन चुका हूँ। लेकिन क्या वास्तव में आपकी ख्याति सही है?”

अकबर ने मुस्कुराते हुए कहा, “बिलकुल! हमारे दरबार में बीरबल हैं, जो किसी भी समस्या का हल निकाल सकते हैं।”

उस अजनबी ने बीरबल की ओर देखा और कहा,
“अगर ऐसा है, तो मैं एक अनोखी शर्त लगाना चाहता हूँ। अगर बीरबल इसका जवाब नहीं दे पाए, तो उन्हें इस दरबार से निकाल दिया जाए!”

दरबार में अचानक सन्नाटा छा गया। सभी दरबारी हैरान थे कि यह अजनबी इतना आत्मविश्वास से भरा हुआ कैसे है! लेकिन बीरबल मुस्कुराए और बोले,
“हुजूर, शर्त मंजूर है। लेकिन अगर मैं जवाब दे दूँ, तो इनकी पूरी जायदाद राजकोष में जमा कर दी जाए!”

अकबर ने हामी भर दी। अब सबकी निगाहें उस अजनबी पर थीं।

शर्त का सवाल

अजनबी ने बीरबल की ओर देखा और कहा,
“बीरबल, बताओ, दुनिया में सबसे अजीब चीज़ क्या है?”

बीरबल ज़रा भी विचलित नहीं हुए। उन्होंने तुरंत उत्तर दिया,
“साहब, दुनिया में सबसे अजीब चीज़ है—इंसान की फितरत!”

अजनबी चौंक गया, “क्या मतलब?”

बीरबल ने मुस्कुराते हुए समझाया,
“इंसान कभी अपने पास की चीज़ की कद्र नहीं करता, लेकिन दूर की चीज़ को पाने के लिए हमेशा भागता रहता है। जब गरीब होता है, तो अमीर बनने की चाहत रखता है। जब अमीर हो जाता है, तो शांति की तलाश करता है। जब युवा होता है, तो आज़ादी चाहता है, लेकिन जब बूढ़ा हो जाता है, तो बीते हुए वक्त को याद कर रोता है।”

दरबार में हँसी की लहर दौड़ गई। अकबर भी मुस्कुरा उठे। लेकिन अजनबी हार मानने को तैयार नहीं था।

नया सवाल और बीरबल की चालाकी

अजनबी ने फिर कहा,
“बीरबल, अगर तुम सच में इतने बुद्धिमान हो, तो एक ऐसा सवाल पूछो जिसका मैं जवाब न दे सकूँ!”

बीरबल ने ठंडी साँस ली और बोले,
“हुजूर, ये काम बड़ा आसान है!”

उन्होंने अजनबी की ओर देखा और पूछा,
“आप बताइए, जहाँपनाह के सिर पर कितने बाल हैं?”

अजनबी हक्का-बक्का रह गया। उसने कुछ देर सोचने की कोशिश की, लेकिन फिर निराश होकर बोला,
“ये तो असंभव है! मैं यह नहीं गिन सकता!”

बीरबल मुस्कुराए, “फिर तो आप शर्त हार गए! मैंने सवाल पूछा और आप जवाब नहीं दे सके। अब आपकी जायदाद राजकोष में जमा होगी!”

अजनबी अकबर की ओर देखने लगा। अकबर ज़ोर से हँसे और बोले,
“बीरबल, तुमने इसे बहुत चालाकी से हराया!”

बीरबल की मज़ाकिया चाल

लेकिन बीरबल यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा,
“जहाँपनाह, यह साहब इतना महान व्यक्ति है कि इन्होंने दुनिया का सबसे अजीब सवाल पूछा, लेकिन खुद सबसे आसान सवाल का जवाब नहीं दे सके! चलिए, हम सब इनकी महानता का जश्न मनाते हैं!”

इतना सुनते ही पूरा दरबार ठहाकों से गूंज उठा। अजनबी झेंप गया और बोला,
“जहाँपनाह, मैं हार स्वीकार करता हूँ!”

Akbar-Birbal 2
Akbar-Birbal 2

बीरबल का एक और चतुराई भरा उत्तर

लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। हार मानने के बाद, अजनबी ने बीरबल से पूछा,
“बीरबल, यह तो बताओ कि अगर मैंने तुम्हें सिर के बाल गिनने की चुनौती दे दी होती, तो तुम क्या करते?”

बीरबल ने तुरंत उत्तर दिया,
“बिलकुल आसान! मैं आपसे कहता कि मुझे एक बहुत महीन सुई दें, ताकि मैं एक-एक बाल को गिनते समय अलग कर सकूँ। और फिर, मैं गिनती शुरू कर देता—लेकिन इतना धीरे कि इसमें पूरा जीवन लग जाए! आप ही हार मान लेते।”

दरबार में फिर से ठहाके गूंज उठे। अजनबी भी मुस्कुरा दिया और बोला,
“बीरबल, सच में तुम्हारी हाजिरजवाबी कमाल की है। मैं अपनी हार स्वीकार करता हूँ!”

सबक और निष्कर्ष

इस तरह बीरबल ने अपनी बुद्धिमत्ता और हाजिरजवाबी से न सिर्फ अकबर को खुश किया, बल्कि यह भी साबित किया कि चालाकी और मज़ाकिया अंदाज से हर बड़ी समस्या को हल किया जा सकता है।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि—
1. बुद्धिमत्ता सबसे बड़ी ताकत है।
2. हर समस्या का हल चतुराई और हास्य से निकाला जा सकता है।
3. जो खुद सवाल करता है, वह हर सवाल का जवाब नहीं दे सकता!
4. कभी-कभी सीधे जवाब देने के बजाय, सवाल को मज़ाकिया अंदाज में टालना ही सबसे बेहतर उपाय होता है।

और इस तरह बीरबल ने एक बार फिर अपनी चतुराई से जीत हासिल कर ली!


जवाब जरूर दे 

आप सबसे ज्यादा किस राजनीतिक पार्टी को पसंद करते है ?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles